अब जो मै इस लहर में हूं खुद ही डूबते अपने शहर में हूं लगा सफर में हु,अपने हमसफ़र में हूं लगा वक़्त की आजमाईश की खबर में हूं न उम्मीद के तौलते हुनर में हूं न इश्क़ में हु,न खबर में हूं न कल में था,न आज के सफर में हूं न हम-नफ़स में हु,न उनकी तोहमत में हु अब तो बस इन्तेजार-ए -कैफ़ियत में हूं #कैफियत #इंतेज़ार #शहर #इश्क़ #सफर #yqdidi #yqquotes #yqhindi