जिम्मेदारियां- बीमारियां, इकरार- तकरार, जमाने के अल्फाज,शर्म और लिहाज , रकीबों के मेले, नये नये झमेले , बहुत थे मगर, सब भूलकर उसने कहा- कबूल है मैंने भी कहा कबूल है।। #कबूलनामा #इजहार_ए_मोहब्बत #कल्पना #कलम_से #मुहब्बती_अहसास #रूहानी_सा_रिश्ता