बिखर रहीं कुछ ख्वाहिशों को हमनें इसलिए समेट लिया क्योंकि उस कांच जैसे टूटने का दर्द आखिर हर कोई नहीं सह सकता! Sometimes some pains can't be endured 😦 #somepains #unbearablepain #kanchsizindagi #bikhartekhaab #sametna #noteveryonecandoit #sometimesinlife