'दिल चाहता है' बच्चा बन जायूँ, कभी कच्चे आम तोडूं, कभी पड़ोस की आंटी की खिड़की के कांच फोड़ूं.. कभी यूँ भी करूँ कि कर इकठ्ठा मोहल्ले के सब बच्चे, कैरम खेलूं, हारने जो लगूं तो जी भर के चीटिंग करूँ.. नयी कोई चीज़ जो खरीदनी हो, रोने धोने का नाटक कर दूँ चालू.. नाक में दम कर दूँ सबके, और फिर डाँट भी खालूं.. अपने हिस्से की खाकर मिठाई, दूसरों के हिस्से की चुरा लूँ.. अपने बचपन को कहूँ, यहीं ठहर तू.. मैं अपनी उम्र के घोड़े बापिस दौड़ा लूँ.. दिल चाहता है, बच्चा बन जायूँ, खूब उत्पात मचाऊं, 'दिल चाहता है' Challenge accepted #RishiArya #DCH Thanks for nominating.. #learning #trying #YQbaba #YQdidi #tpd #yopowrimo