Nojoto: Largest Storytelling Platform

बहुत सी नई नई इच्छाए मन में उठती रहेती हैं, मन की

बहुत सी नई नई इच्छाए मन में उठती रहेती हैं,
मन की दिवाल से बार बार टकरा कर टूटती रहेती हैं, 
अपने मन को बार बार मारने से अच्छा है,
मन को ऐसी इच्छाओ से मीलने से रोकना है। 

#शबाना पठान #hearts
बहुत सी नई नई इच्छाए मन में उठती रहेती हैं,
मन की दिवाल से बार बार टकरा कर टूटती रहेती हैं, 
अपने मन को बार बार मारने से अच्छा है,
मन को ऐसी इच्छाओ से मीलने से रोकना है। 

#शबाना पठान #hearts