आज मिला था में उन से लगा मिला में खुद से वो मेरे रास्तों की बना मंज़िल है तब से वो मेरा प्यार है वो करार है के मुझपर चढ़ा तेरा खुमार है ना रही अब कोई ख्वाहिशें बस पाना है अब उसे वो मेरे अरमानों की इक है सुबह खुद में वो मेरा प्यार है वो करार है के मुझपर चढ़ा तेरा खुमार है तेरे ही ख़्वाबों में रहता हूं अक्सर तेरा ही छाया है नशा मुझ पर रहे तेरा खयाल अब मुझे मेरे यार ढूंढे तुझको ही नज़रे हरबार वो मेरा प्यार है वो करार है के मुझपर चढ़ा तेरा खुमार है समाधि📿 #गीत #song #lyrics