प्रिय अपनापन ग़र तुम न होते तो ये एहसास न होते दिल में किसी दूसरे के लिए खो जाते ये इंसान ये ज़िन्दगी कहीं रिश्तों की डोर में फिर भी तू बाक़ी है कहीं जिसने बाँधे रखा है इस ज़माने में सबको वरना आज न ये रिश्ते बचते न इंसानियत ही कहीं… नमस्कार लेखकों🌸 आज के #rzdearcharacters में हम लेकर आये हैं #rzप्रियअपनापन । अपनापन एक एहसास है, जिसे झुटलाया नहीं जा सकता। यह वो गर्माहट है जो फासला बढ़ने पर भी कभी कम नहीं होती। Collab करें हमारे इस खास पोस्ट पर और अपनेपन के प्रति अपने विचार प्रकट करें।