मुश्किलों का अंबार, हर बार, ढूंढते-ढूंढते मेरे दरवाजे पर ही आ जाता है.. पर वो टिक कहाँ पाता है..? जब मुझसे टकराता है.. हां एक बात तो है, जब भी आता है, अपने और पराए का एहसास करा जाता है... ©Durgesh Yadav Thoughts @DurgeshYadav ... #Shaayari #letsmakeout #Thinking #changetheworld Shrawan Bhargav