राहें अब उन राहों से भी गुजरना छोर दिया मैंने अब उनसे भी मुंह मोर लिया मैंने क्यू अपना याद दिलाऊ जब तकलीफ होती है उन्हें जब मान चुकी है गलत मुझे फिर क्यू हक़ीक़त बताऊं उन्हें❣️ गलत समझना गलत होता है