एक दिन नानी कही कहानी, उसमे थे न राजा-रानी। बहुत ही थी दुख भरी कहानी, रोने को आए आँखों में पानी। एक दिन चना कहा, सुनो भगवान, तुम ही हो सबसे बलवान। जिस रूप में भी, मैं हूँ रहता, सभी कोई मुझे चाव से खाता। इनसे बचने का दो कोई उपाय। तुम ही बताओ क्या नहीं है यह अन्याय? अब तुम ही मेरे प्राण बचाओ। अपनी शरण मे मुझे तुम लाओ। बोले तब हँस कर भगवान। बात सुनो तुम आयुष्मान। जल्दी दूर यहाँ से जाओ। वृथा न मेरा मन ललचाओ। इतने में भागे यजमान। नाक मुड़वाई बचाई जान। शेष हुई चना की राम कहानी। अब उसने ईश्वर भी पहचानी। #चना और भगवान #story