जब छोटे थे तो ज़ोर-ज़ोर से रोते थे, अपनी पसंद को पाने के लिए,अब बड़े हो गए हैं तो चुपके से रोते हैं अपनी पसंद छुपाने के लिए। #बचपन_के_वो_दिन #बचपन_वाला_प्यार #बचपन_की_नादानी #भवी #पंजाबी-कुड़ी #bhavi