Impossible तुम्हारी मंज़िल तुम खुद तय करोगे मंजिल तक पहुंचने का संघर्ष भी तुम सहोगे फिर उम्मीद किसी से क्यों की कोई साथ दे तुम्हारा भीड़ में चलोगे तो पीछे रह जाओगे और अकेले चलोगे तो निखर जाओगे। गर विश्वास अटल रखो खुद पर वक्त तुम्हारा है और तुम जीत जाओगे। डगमगायेगें कदम तुम्हारे राहों के काटें देख कर भय निकल देना मन से तुम डर में भी काबू पाओगे। पहली कोशिश में तुम जीत हासिल करो ये जरूरी नहीं अगर तुम हार गए तो तो भी तुम हार कर भी जीत जाओगे। ©Shveta Mishra positive thoughts