दो घड़ी को भले दिल दुखा जाएगा तुम्हें यूँ ही बिछड़ना आ जाएगा कल की सुबह तू मुझसे बिछड़ जाएगी ये भी सच है तेरी आँख भर आएगी और सफर में मेरी याद तड़पाएगी मिलके अपनों से मन फिर बहल जाएगा तुम्हें यूँ ही बिछड़ना आ जाएगा एक पल भी जुदाई ना सह पाएगा पर दिवाना विदा तुझको कर आएगा तेरी ख़ुशियों से आँसू चुरा लाएगा तुझे ग़ैरों के संग हँसना आ जाएगा तुम्हें यूँ ही बिछड़ना आ जाएगा जिस तरह संग ग़ैरों के हँस लेती हो हँसते हँसते जुदाई भी सह लेती हो मेरे बिन भी जो मन को मना लेती हो तुम्हें मुझको भुलाना यूँ आ जायेगा तुम्हें यूँ ही बिछड़ना आ जाएगा तेरे जाते ही मैं तन्हा हो जाऊँगा सच कहूँ तो घड़ी भर ना जी पाऊँगा तेरी राहों में आँखों को रख आऊँगा तेरी यादों में यूँ हर एक दिन जायेगा तुम्हें यूँ ही बिछड़ना आ जाएगा 29.02.1999 #पुरानी_डायरी #yqbaba #yqdidi