खोल परवाज़ अपने, ले ऊंची उड़ान, यूँ सिमटे रहना, तेरी पहचान नही ।। ये ज़िन्दगी है प्यारे, पहिये लिए हुए, थकना या रुकना, इसका काम नही ।। कोशिशों में अपनी, तू नाक़ाम भी होगा, ठान ले, नाकामियों पर भी तू रुकेगा नही ।। अपनी लड़ाई को गर, तू जितना चाहता है, जान ले, कोई और तेरे हिस्से का लड़ेगा नही ।। तो, खोल परवाज़ अपने, और ले ऊंची उड़ान, यूँ सिमटे रहना, नही है तेरी पहचान ।। ©Bhushan Rao...✍️ #NojotoWriter #FightAlone rahil kapil nayyar asif alvi mansi sahu antima jain manish mishra Chanchal's poetry Amita Tiwari Sudha Tripathi sarika