किसी रोज़ बारीश जो आये समझ लेना बूंदों में मैं हूँ सुबह धुप तुमको सताए समझ लेना किरणों में हूँ ! ●●● -s_r_writes ✍ किसी रोज़ बारीश जो आये समझ लेना बूंदों में मैं हूँ सुबह धुप तुमको सताए समझ लेना किरणों में हूँ ! ●●● @s_r_writes ✍ #arzhai #rip #wajidkhan #corona