लिखना जो चाहा दर्द अपना ,दिल से ये पैगाम आया, ज़ख्म गहरे हुए ,शब्द उलझते गए, हर लफ्ज़ में बस इक तेरा ही नाम आया। ©Ritu shrivastava #dard_e_jazbaat