#Broken उफ्फ मुआश्रे में ब्याह दी गई कमसिन बेटियां बड़ी उम्र वालों के साथ,फिर ताउम्र जीना पडा उन्हें जहनी अज़ियत के साथ//१
बेटियां नहीं ब्याही गई कभी अपने मेहबूब के साथ,अक्सर ब्याह दी गई जर,जमी,महल,
चौबारे की वसीयत के साथ//२
जनाब कितना ही कर दो बेटी को पराई,पर हुई नही,ये तो आई है घर में खुदा की बेशुमार नियामत के साथ//३
जो वालिदेन देते है बेटियों को भी परवाज परिंद मानिंद,तभी तो करती है नाम उनका रोशन खलकत में बडी अजमत के साथ//४
नसीबदार है,वो लोग जिन्हें बेटियां अता हुई,तो क्यूं न चमके उनका नसीबा बेटी की कद्र पर रब की रहमत के साथ//५ #Trending#writersofindia#nojotohindi#शायरी#urdupoetry#poetsofindia#NojotoFilm#poetrycorner#shamawritesBebaak