रोज़ रोज़ मिटते है, फिर भी ख़ाक न हुए रोज़ रोज़ मिटते है ,फिर भी ख़ाक न हुए असर इश्क़ का कुछ ऐसा कि ख़ाक न हुए तुझसे वाबस्ता ऐसा हो गया क्या बताये हम ख़ाक हो गए तेरे इश्क़ में मगर जिंदा है तेरे होने के अरमान यह अरमान कमबख्त ख़ाक न हुए kunwarsurendra रोज़ रोज़ मिटते है ,फिर भी ख़ाक न हुए असर इश्क़ का कुछ ऐसा कि ख़ाक न हुए तुझसे वाबस्ता ऐसा हो गया क्या बताये हम ख़ाक हो गए तेरे इश्क़ में मगर जिंदा है तेरे होने के अरमान यह अरमान कमबख्त ख़ाक न हुए #kunwarsurendra#ishq#love#khaak#vabasta Puja Kumari✍️ Universe❤