किसी को छोटा या खुद से कम नहीं आंकना चाहिए। mitthu ज़मी की धूल भी जब अपनी पूरी शिद्वत से उड़ती है। तो आसमा छू कर ही रहती है।।Mitthu kismat isi ko kehta hai... supb rano ji....