कितना अच्छा होता अगर मैं कितना अच्छा होता अगर मैं, किस्मत बदल सकती "उस बुढ़ी माँ की" जो इतने बलिदान देकर औलाद को पालती है भुखी रहकर भी औलाद का पेट पालती है नाजाने क्या कुछ नहीं करती "एक माँ " अपनी औलाद के लिए अंत जब समय होता है उस बुढ़ी माँ की सेवा का तो "तुमने मेरे लिए किया ही क्या है?" कहने वाली औलाद पर लाहनत है! एक माँ 100 बच्चो को पाल सकती है किन्तु 100 बच्चे 1 माँ को नही संभाल पाते!! ©Preetibhardwaj✍️✍️ आप जितना मर्जी दान करलो , पाठ करलो, सब व्यर्थ है अगर आप माँ का दिल दुखाते हो #nojoto#nojotohindi#takerespect #AdhureVakya