क्यूँ बढ़ाता है, ऐ नादान दिल मेरे......तू नजदीकियाँ किसी से। जब टूट कर बिखरना ही लिखा है खुदा ने तेरी किस्मत में।। मेरी कलम से प्यारा बिरजु क्यूँ बढ़ाता है, ऐ नादान दिल मेरे......तू नजदीकियाँ किसी से। जब टूट कर बिखरना ही लिखा है खुदा ने तेरी किस्मत में।। मेरी कलम से प्यारा बिरजु #नजदीकियाँ