आज मैं एक ऐसी जगह पर गया जहाँ न किसी के कदमों के निशान थे , ना हीं किसी के होने का एहसास था बस सुकुन सा मिल रहा था ... न कोई खुशी के अंश थे , ना ही कोई भाव का लहर था। बङा वक्त लगा मुझे समझने में की वो ख़ामोशियों का शहर था ।। #khamoshiyonkasheher #feelings #heart #saurabhkumar