ना जाने कबसे उनका पता पूछ रहा हूं.. ना जाने कबसे ये इशारा पढ़ रहा हूं.. ये हसीं जो सुनाई दी है मुझे अब.. शायद तेरे ही घर की गली से गुजर रहा हूं...