यूँही क्यों नही जाने मेरे मन की बतियाँ कटते नही अब दिन और रतियाँ । भोली सी सूरत आँखे शराबी कातिल है तेरे माथे की बिंदियाँ । बाँट लो मुझसे गम तुम अपने यूँही कब तक बरसाओगे अँखियाँ । इश्क़ है मुझसे क्यों नही कहती हाल तेरा बयां करती है सखियाँ । ख़्वाब है उनके आने बाले यारों छोड़ दो तन्हा आ जाये निंदिया । ऋषभ शर्मा रिशु #nojotohindi#nojotoishq#nojotolove#nojoto#ratiyan