यहाँ पर बैठा कोई पढ़ रहा था किताब लेकिन किताब छोड़ वो शख़्स यहाँ मौजूद नहीं है अब चप्पल भी वो अपनी पहन कर नहीं है गया यहीं कालीन पर छोड़ गया है वो अब शायद दरवाज़े पर आया है कोई मेहमान उसके या फिर रसोई में गया है वो कुछ खाने को अब कब से देख रहा हूँ मैं यहाँ लो चाय भी उसकी ठण्डी हो गई है अब कितनी देर हो गई है रे बाबा, कुछ तो बात जरूर है अब कमरे के ख़ालीपन में कुछ तो बात है। #anupamsongs #yqsunilmadaan #yqdidi #yqbaba #yqpoetry #कुछतोबातहै #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi