एक रास्ता है सुनसान सा और कदम उस तरफ ही बढ़े जा रहे, कुछ मुखौटे हैं बन चुके कुछ और किरदार है जो गढ़े जा रहे, शब्दों का पर्दा हैं लोगो की आंखों में की ये ग़लत कहानियां पढ़े जा रहे, बेफिक्र है वो गलतियां कर के और अपनी भूल दूसरो के नाम करे जा रहे, किसी ने कह क्या दिया कि जन्नत की सीढ़ियां है यहां, बस आखें मूंदे चढ़े जा रहे ।। #किरदार #कहानी #कहानीसोरहीहै #कहानीचलतीरहतीहै #मुखौटा #लोगनहींसमझते