मंज़िल मिलेगी रही तू बस चलता जा भरोसा रख खुदा पे तू बस चलता जा हो अगर पाव में छाले नज़र तू उनपे ना दाल बस तू चलता जा अगर हूँ धूप रस्ते में चाव की तलाश में तू चलता जा रुकना नहीं है तुझे एह रही धुप हो या चाव तू बस चलता जा मिलेगी एक दिन तुझे तेरी मंज़िल जल्दी या देर से मिलेगी जरूर तुझे मंज़िल तू तो रही है काम है तेरा चलना मंजिल तक पहुंचना ले खुदा का नाम और कर ले मंज़िल अपने नाम #manzil #poem1 #sweet #inspiration #motivation