दिल! तुम धड़कते क्यों नहीं आज-कल तड़पते क्यों नहीं जो काँच से नाज़ुक हो तुम टूट कर बिखरते क्यों नहीं दिल! तुम धड़कते क्यों नहीं दिन-रात झगड़ते क्यों नहीं जिस ने तुम्हे ठोकर दिया उस पर बिगड़ते क्यों नहीं #NojotoQuote धड़कते क्यों नहीं #nojotostories #nojototales #nojotohindi #nojotopoetry #nojotoshayari #dil #दिल #शायरी #धड़कन #hindipoetry #shyamsharma