क्या हुआ मंजिल रुसवा हो गयी है,अभी खुद से हारा नही हु मैं चलना आता है मुझे मेरे हौसलो से,टूटे हुए रास्तो में कह दो उस बवंडर सी आती हुई समस्या से अभी खुद से टूटा नही हु मैं।। #problem is#root of#life