अपराधबोध जहां बोलना ज़रूरी था चुप्पियाँ सजा ली हमने होठों पर! जहां लड़ना ज़रूरी था वहाँ अहिंसा का पाठ पढ़ने लगे हम! हमने हर बार अपना उल्लू सीधा करने का कोई मौका छोड़ा नहीं.. और हमारी चुप्पी से फिर कोई मासूम इंद्र मेघपाल दम तोड़ गया...! कोई कन्हैया फिर मारा गया...! सहमी सी है कोई बिल्किस...! हर रोज एक मासूम सताया जायेगा हम चुप रहेंगे...! हर रोज एक सच का गला दबाया जायेगा हम चुप रहेंगे...! हम सब गुनेहगार हैं!! हम सब हत्यारे हैं!! ©Rekha Gakhar #Nojoto #nojohindi #nojotoquote #अपराधबोध #stop_rape #stop_voilence #stop_untouchability