पुरानी गली में ये नया उसका मकान नज़र आ रहा है तुम्हे क्या लगा की मेरा इश्क़ मुकम्मल पा रहा हैं अरे नज़र ना लगाओ इस इश्क़ पर क्युकि मेरा ये इश्क़ किसी और के लिए सवेरा जा रहा हैं। matlab da ishq