जिस्म की शहर में हम मोहब्बत ढूंढने निकले थे । एक रात की बात पर हम जिन्दगी भर के जज़्बात ढूंढने निकले थे । हम तो मोहब्बत की प्यास बुझाने निकले थे । प्यास तो बुझी नहीं आग सुलगती चली गई । मोहब्बत की चाह में हम भटकते चले गए । ©Author shivam kumar mishra http://www.morningshayari.com/2020/11/world-cup-2007-dhoni-comics.html #lookingforhope #love #Nojoto