Nojoto: Largest Storytelling Platform

ज़िंदगी को ज़िंदगी करने ख़ुद को नदी के एक छोर से दूसर

ज़िंदगी को ज़िंदगी करने ख़ुद को नदी के एक छोर से दूसरे छोर पर रखता
ये तकदीर तू फिर क्यों मुझे पीछे ढ़केलने में लगी रहती हैं

©® #Kishan_Korram ज़िंदगी को ज़िंदगी करने ख़ुद को नदी के एक छोर से दूसरे छोर पर रखता
ये तकदीर तू फिर क्यों मुझे पीछे ढ़केलने में लगी रहती हैं

©® #Kishan_Korram
ज़िंदगी को ज़िंदगी करने ख़ुद को नदी के एक छोर से दूसरे छोर पर रखता
ये तकदीर तू फिर क्यों मुझे पीछे ढ़केलने में लगी रहती हैं

©® #Kishan_Korram ज़िंदगी को ज़िंदगी करने ख़ुद को नदी के एक छोर से दूसरे छोर पर रखता
ये तकदीर तू फिर क्यों मुझे पीछे ढ़केलने में लगी रहती हैं

©® #Kishan_Korram