गंभीर अवस्था में अस्पताल आने वाले रोगियों की सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश में मेडिकल कॉलेज में बेड सहित वालों की उपलब्धता गाड़ी सिंपल बोर्ड लगाने की व्यवस्था में निश्चित ही बड़ी राहत मिलेगी चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इसके लिए तैयारी शुरू की है जो व्यवस्था बनाई जा रही है उनके अनुसार मेडिकल कॉलेज में डिस्प्ले बोर्ड में यह सूचना लगातार प्रदूषित होती रहेगी कुल कितने बेड है और कितने खाली अभी इमरजेंसी में मेडिकल कॉलेज में पहुंचने वाले मरीज को यह पता नहीं चल पाता कि जहां पर वह उपचार के लिए पहुंचे हैं उनकी पीड़ा के निदान के आधार पर साधन उनकी उपलब्धता है या नहीं कई बार रोगियों को इमरजेंसी में भर्ती के बाद उसे चालू करना पड़ता है कई बार दौड़ दौड़ भाग में काफी देर हो जाती है लोग भी मेडिकल कॉलेज से आते हैं निजी अस्पतालों में जाना पसंद करते हैं किंतु सभी के लिए ऐसा संभव नहीं है जैसे विषयों के लिए सरकारी अवस्थाओं पर ही निर्भर है ©Ek villain #चिकित्सा सुधार अस्पतालों में #VantinesDay