हा मुझे भी डर लगता है ! मोहबत्त तो सब खोते है , कभी अपनों के खोने का डर सताया क्या परिवार सभी के होते है , कभी अपनों को अपनों से झगड़ते पाया क्या कहानी हर घर की होती है , कभी अपनी बेबसी किसी को बताया क्या अगर है तो हा मुझे भी डर लगता है । मुझे नफरत है उन लोगो से जो लड़ते - झगड़ते रहते है क्या रखा इन सब बातों में जहां होने इनसे दंगे है