क्यों बैठी हैं दुविधा में अतीत से अपने क्लांत हुए, जो गुज़रे पल जहरीले थे आज क्यों उनके जाम पिएं। छटृक के पांव फेक बेड़ियां बंदिशों को अब त्याग किए, भर ले कुछ ऊचीं उड़ाने पंखों को आज़ाद किए।। @pnwr& #फ्रीडम#nojoto