एक बार कंस के चालों के चलते राधा जी आग में फंस गईं... कान्हा और राधा में अंतर्मन द्वारा बातें हो रही थीं... जिसे हम टेलीपैथी कहते हैं.. कान्हा बाहर खड़े राधा को बोले उठो गोपी प्रयास करो और बाहर निकलो... राधा बोलीं कैसे कान्हा आग का धर्म तो जलाना है मुझे जला ही देगी.. कान्हा बोले,, आग का धर्म मिलाना भी होता है,, देखा नहीं क्या गोपी तुमनें विवाह में आग की परिक्रमा करके ही पति पत्नी एक होते हैं.. राधा उठ खड़ी हुईं और बाहर निकल आईं... यानि हर सिचुएशन के दो पहलू होते हैं.. पॉजिटिव लेना है या नेगेटिव ये हमपर डिपेंड करता है #मेरे_कान्हा ❤️❤️❣️ ©Swati Rai Tiwari मेरे माधव और उनकी लीला.. ❤️❤️❤️ #DearKanha