ख़ुद कि हालत पर मुझे ऐतबार नहीं होता, ये दिल चुप भी रहता है हर रात नहीं रोता। तुझे जाने कि जल्दी थी मैंने कुछ देर किया, तेरी यादों कि बेचैनी है कुछ करार नहीं होता।। #nhihota Vijaya Singh