हमसे ना पूछो दर्द का मंजर, देखा है हमने आँशुओं का समंदर! दौर भूलता ही नहीं वो जालिम, रोए थे हम सभी होकर इधर-उधर! जाना कैसे ना अखरें उनका, जिनके जाने से जाए सबकुछ बिखर! होता होगा उजाला सबके लिए, हमारे लिए तो सूरज चला गया ढ़लकर! सपनों में भी नहीं दिखते अब वो, जिनको देखकर हम मुस्कुराते थे मिलकर! गुजरेगी अब बिन उनके तमामा उम्र ये, मुश्किल है जिनसे, जीना बिछड़कर! --#yogini kajol pathak #Pain #Memories #Nojoto #nojotoenglish #nojotohindi #nojotonews उनकी यादें..!!