हमें क्या फर्क पड़ता है, मेरी महबूब का भी एक रकीब हैं ये आज देखा है मैंने SHAYAR VISHAL PIYAJI दोलत के आगे मेरे प्यार को बिकते आज देखा है मैंने रकीब=प्रेमिका का दूसरा प्रेमी #महबूब #रकीब #प्यार #दोलत #आज