कभी यूं लगता है जैसे मेरी ज़िन्दगी ट्रेन सी है और तुम एक खूबसूरत सफ़र हो इतने लोग है ज़िन्दगी में फिर भी ये आंखें तुम्हे ही ढूंढ़ती है खिड़की वाली सीट पर बैठे एक टक तुम्हे ही देखा करती है। तुम्हारी हलकी सी मुस्कान आसमान में नए रंग बिखेर देती है सूरज जल उठता है थोड़ा और और मैं नादान खिल सी जाती हूं मुझे देख लोग बाते करते है इयरफोंस के सहारे नजरअंदाज करती हूं। जब ये बेहकी हवाएं पत्तो को सहलाती है तो मन मेरा भी मचल सा जाता है कुछ तुम्हारी नजदीकियों का एहसास होता है मुझे दिल मोम का पिघल जाता है कुछ। तुमसे कहती नहीं पर तुम हो, सच हो, ये मान लेती हूं मैं तुम मेरे हो बस ये सोच कर ही तुमपे जान देती हूं मैं इन कुछ पलो में ही अपने सा हो जाते हो तुम। तुम्हे संग गांव ले जाने को जी चाहता है पर मैं ज़िन्दगी में जितनी आगे बढ़ती मेरा प्यार उतना ही पीछे भागता है शायद नया शहर भा गया है उसे हमारा सफ़र बस यही तक था जाते जाते ये कह जाता है। #simmershindi #yqbaba #yqdidi #tumaurmain #train #safar #zindagikasafar