ऐ इश्क! अब इतना ना रुला मुझे, थोड़ा रुक जा ज़रा सांस तो लेने दे। कहीं डूब ना जाए शहर सनम का मेरे, आंसू पी लूं इतनी प्यास तो लेने दे। खुशी मुनासिब थी जो मिली तुझमें, गमों को भी अपना हिसाब लेने दे।। #_bewafa Suman Zaniyan Sudha Tripathi