चाहत-ए-हसरियते उमन्दा कर दे बिन तकलीफ के उसे रोना सीखा दे अगर हाँ तो यक़ीनीयत-ए-अल्फाज़ो से तेरा ये बे-पनाह-ए-नीयत सा ये इश्क़ ही मिटा दे बेपनाह-ए-इश्क की किताब में। वो रो दे ये तु न चाहे तू रो दे ये वो कैसे चाहें #लफ्ज़_कुछ_उनसे_जुड़े ,,,,❤❤ #मिश्राजी_ ,,,, #मोहब्बत #इश्क़ #YourQuoteAndMine Collaborating with Shruti Tiwari #yqdidi #collab #bestyqhindiquotes