बड़ी मनचली है चाहत, मुस्करा कर बदलती रही, वक्त दर वक्त , बदलते मौसम की तरह, बेचारा इश्क बेवजह बदनाम होता रहा। बिना कुसूर मुजरिम की तरह। ©innocent_engineer #Rose #Love #innocent_engineer #pune