कुछ सोचकर ही उसने ये किया होगा, शायद कोई हमसे भी ज्यादा उसे मोहब्बत करता था। अरे हम तो बस उसकी रूह के कायल थे, कोई उसके जिस्म पर भी तो मरता था।। और एक लफ्ज़ ही काफी हो गया उसे मेरे खिलाफ़ करने को, रकीब सही कहा करता था।। उसे कुछ न सुनना था मगर, मुझे अभी कुछ कहना था। ये जो हिसाब उसने मेरी मोहब्बत का लिया है, वो दर्द अभी मुझे पल पल सहना था।। बहाना मिल जाए उसे मुझसे दूर जाने का, यही दुआ तो वो करता था। और एक लफ्ज़ ही काफी हो गया उसे मेरे खिलाफ़ करने को, रकीब सही कहा करता था।। Yogesh Sharma #malang