आसमान तले भूमि की चादर ओढ़कर ठण्ड की गोंद में और मौसम को निचोड़कर चला आया हूँ मैं ज़िन्दगी की आख़िरी घाट पर उम्र भर लड़ते हुए और ख़ुद को नदियों की तरह मोड़कर ©Ankit Mishra #हक़ीकत