अन्न का हर एक दाना है वरदान इस मुश्किल घड़ी में कुछ बाते समझ नहीं आती... कुछ लोग कहते है आज क्या खाएं..? और कुछ तो कहते है आज क्या क्या खाएं..? कुछ तो कहते है आज क्या पकाएं..? और कुछ तो कहते है आज क्या कुछ और पकाएं..? बात तो तब हज़म नहीं होती.. जब कुछ लोग कहते है की आज भूखा ही सोना पड़ेगा..? और कुछ कहते हैै.. आज क्यों ना उपवास करते..? अन्नदाता का वरदान तो सबको मिला... कोई भूखा है तन से.. तो कोई सिर्फ मन से.. इसलिए, सदा अनाज के एक एक दाने की कीमत समझे..! ©Sandeep Manohar Kothar Please comment.. इस मुश्किल घड़ी में कुछ बाते समझ नहीं आती... कुछ लोग कहते है आज क्या खाएं..? और कुछ तो कहते है आज क्या क्या खाएं..? कुछ तो कहते है आज क्या पकाएं..?