मेरे अल्फ़ाज़ों मे मोहब्बत है कम, और इसमें ग़म थोड़ा ज़्यादा है........... मेरा यहां किसी एक शख़्स का भी, दिल दुखाने का न कोई इरादा है......... जब मैं पढ़ूंगा महफ़िल में ग़ज़ल, सबको अपने महबूब याद आएंगे......... कोई आंसू बहाए बिना नहीं उठेगा, ये मेरा इस पूरी महफ़िल से वादा है....... ©Maddy Poet Maddy मेरे अल्फ़ाज़ों मे मोहब्बत है कम, और इसमें ग़म थोड़ा ज़्यादा है........... #Love#Words#Sadness#Intention#Hurt#Gazal#Gathering#LoveOne#SheddingTears#Promise........