गिरते हुए बहुत देर हुई.. अब सम्भलना चाहिए... बहुत दूर निकल आये ख़्वाबों की ख्वाहिश में.. अब ठहरना चाहिए... थोड़ा पीछे मुरुं क्या???? उनके आने के इंतजार में.. छोड़ो देर हुई, अब निकलना चाहिए... अब नहीं देनी अपने मोहब्बत की सफाई उनको.. वो तो पत्थर है, हमें अब पिघलना चाहिए.. गिरते हुए बहुत देर हुए... अब सम्भलना चाहिए...