रिश्तें और आशाएँ रिश्ता रखो सबसे पर उम्मीद सिर्फ खुद से रिश्ता वो नहीं जो दुनिया को दिखाया जाए रिश्ता तो वो है जो दिल सें निभाया जाए रिश्तों की डोर बाधों दिल से दिल तक पर आशायो के बधन छोड़ दूर दूर तक जंहा रिस्तो में आंश वहां रिश्तों में पड़ती है गाठ रिश्ते निभाओे निस्वार्थ क्या लेके आए है बस सबका प्यार और दिलो में सबके अपनी छाप छोड़ जाना है बस रिश्ता दिल से निभाना है #Relations#hips रिश्ते निभाओ दिल से 💌 K V Dalwadi LoVe YoU #